Article Writing का सही तरीका क्या है? Article Writing कैसे करें?

Article Writing को जानना बहुत ही जरूरी है वैसे लेख लिखना बहुत आसान होता है लेकिन जब हम लेख लिखने बैठते है तो हमारा दिमाग काम नही करता की क्या लिखें कहां से शुरुआत करें और किस प्रकार से खत्म करें। अगर आपके साथ भी आर्टिकल लिखते वक्त ऐसा ही होता है।

तो आज का लेख आपके बहुत काम आने वाला है आज के लेख में हम आपको Article Writing क्या होती है?, Article Writing को इंप्रूव कैसे करें, आर्टिकल राइटिंग का सही तरीका क्या है, Article Writing Format आदि के बारे में हिंदी और सरल शब्दों में जानकारी देंगे।

Article Writing काफी समय से चली आ रही है पहले राइटर्स समाचार पत्रों, पत्रिकाओं आदि के लिए आर्टिकल लिखा करते थे और आज के टेक्नीक युग में इंटरनेट के आ जाने के बाद आर्टिकल राइटर्स की काफी डिमांड बढ़ी है समाचार पत्रों की वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखना, ब्लॉग के लिए आर्टिकल लिखना, और अपने विचारो को साझा करना सभी के लिए आपको एक अच्छा आर्टिकल लिखना आना चाहिए।

जब हम किसी से बात करते है तो हमे पता होता की सामने वाले को हमारी बातों पर कितना इंट्रेस्ट आ रहा है वह हमारी बातों को समझ रहा है या नही लेकिन आर्टिकल में हमे ये सब नही पता चलता इसलिए हमे आर्टिकल को सही फॉर्मेट और इस तरीके से लिखना चाहिए जिससे सामने वाले को पढ़ने में और समझने में कोई परेशानी ना हो। अगर आप राइटर बनना चाहते है तो आपको अपनी Writing Skills को बेहतर बनाना होगा और साथ ही आर्टिकल लिखने के तरीके को भी जानना होगा। 

आर्टिकल राइटिंग क्या है हिंदी में? What is Article Writing in Hindi?

Article Writing को हिंदी में लेख लेखन कहते है यानी की किसी भी विषय पर लेख को लिखना आर्टिकल राइटिंग कहलाता है। Article Writing Skills वो स्किल होती है जिसमे हम किसी विषय पर बहुत ही अच्छे तरीके से जानकारी देते है। 

इस कौशल के माध्यम से हम अपनी बात बहुत ही सरल तरीके से दूसरो तक पहुंचा सकते हैं आर्टिकल राइटिंग स्किल के जरिए आप बहुत ही कम शब्दों में और बहुत ही अच्छे तरीके से लोगो तक जानकारी पहुंचा सकते हैं।

आर्टिकल को थोड़ी सी जानकारी लेकर कोई भी लिख सकता है लेकिन एक अच्छा आर्टिकल लिखने के लिए आपको पहले आर्टिकल राइटिंग कौशल को सीखना होगा। 

Article Writing के प्रकार?

हमने जहां तक जानकारी हासिल की है उसके अनुसार आर्टिकल दो प्रकार के होते हैं :

  1. पहला किसी भी विषय पर आर्टिकल लिखने के लिए बहुत ही आसान भाषा व सरल शब्दों का प्रयोग किया जाता है जैसे – निबंध, न्यूज वेबसाइट के लिए आर्टिकल, ब्लॉग के लिए आर्टिकल लिखना आदि।
  2. दूसरा जिसमे शब्दों का चुनाव बहुत ही सोच समझकर किया जाता है जिसमे शब्दों का अपना अलग ही महत्व होता है जैसे – हमारे ग्रंथ, पुराण, कवियों के द्वारा कविताएं लिखना आदि।

लेख लिखने का सही तरीका : Article Writing Format

आपको अपने Article को इस तरह से लिखना होगा जब कोई भी उस आर्टिकल को पड़ेगा तो उसे समझ आना चाहिए और जब वो एक बार पढ़ना शुरू करे तो अंत तक पढ़ता रहे। आपका आर्टिकल ऐसा होना चाहिए पढ़ने वाला जो जानकारी लेने आया है उसे वो जानकारी मिल जाएं पढ़ने वाले ने जो समय आर्टिकल पढ़ने में दिया है उसके बदले उसे कुछ लाभ मिल सके।

ऐसा तभी होगा जब आपको आर्टिकल राइटिंग फॉर्मेट के बारे में जानकारी होगी हमने नीचे आर्टिकल लिखने के तरीके के बारे में बताया है आप उसे फॉलो करके एक अच्छा आर्टिकल लिख सकतें हैं।

आर्टिकल को चार भागों में विभाजित किया जाता है – शीर्षक(Title), परिचय(Introduction), व्याख्या(Body), निष्कर्ष(Conclusion).

शीर्षक(Title)

एक आर्टिकल की शुरुआत उसके शीर्षक(Title) से ही होती है। Article का टाईटल ही पाठको को आपके आर्टिकल तक लाने का काम करता है। इसलिए लेख का शीर्षक आकर्षित होना चाहिए और ऐसा होना चाहिए जो समझने में आसान हो। 

एक आकर्षित टाईटल ही पाठक को आपके आर्टिकल को पढ़ने के लिए आकर्षित करता है और Title लिखते वक्त एक बात का विशेष ध्यान रखें आप जो आर्टिकल में बताएंगे उसी से रिलेटेड Title होना चाहिए।

परिचय(Introduction)

परिचय(Introduction) लेख का दूसरा भाग होता है, यहां पर आपको उस विषय के बारे में बताना होता है जो आप आगे लेख में बताने वाले है जैसे हम आपको ऊपर बताया कि आज हम आपको लेख में क्या क्या बताने वाले हैं। आप लेख में क्या जानकारी देंगे ये Article Introduction में जरूर बताएं।

व्याख्या(Body)

यह लेख का तीसरा और मुख्य पार्ट होता है इस भाग में विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देते है। इसे लेख का स्पष्टीकरण भाग भी कहा जाता है। इस भाग में विषय से जुड़े सभी तथ्यों की पूरी जानकारी बतानी होती है। जानकारी ऐसे शब्दों में दी जाती है जिससे पाठक को समझने में कोई दिक्कत ना हो। अच्छे से समझाने के लिए आप Heading के साथ Sub – Heading का इस्तेमाल करें।

निष्कर्ष(Conclusion)

यह Article का अंतिम भाग होता है यहां पर आपने अपने Article में जो भी बताया है उसका सारांश लिखना होता है। आपके लेख का निष्कर्ष आपके लेख का संक्षिप्त विवरण होता है। उदाहरण के लिए आप हमारे इस लेख का निष्कर्ष पढ़ सकते है कि हमने किस प्रकार से लिखा है।

आर्टिकल लिखने के लिए सलाह : Article Writing Tips

Article लिखने के लिए हम आपको कुछ टिप्स बता रहे है जिन्हे आपको लेख लिखते वक्त ध्यान रखना है क्युकी जब किसी टॉपिक पर आर्टिकल लिखते है तो बहुत सी बातो का ध्यान रखना पड़ता है अगर आप अच्छी Writing Skills चाहते है तो नीचे बताई गई टिप्स को फोलो करें। Content Writing क्या होता है? Content Writer कैसे बनें, पैसे कैसे कमाएं.

रिसर्च करना

  • अब ऐसा तो जरूरी नही की हर किसी को हर विषय की जानकारी हो इसलिए अगर आप किसी ऐसे विषय पर लिख रहें है जिसके बारे में आपको जानकारी नही है तो आप पहले उस विषय पर अच्छे से रिसर्च करके जानकारी ले लें और ये भी देखें की दूसरे लोगो ने उस विषय पर क्या और कैसे लिखा है क्युकी आपको उनसे अच्छा लिखने की कोशिश करनी होगी।

कल्पना करना सीखें

  • जब आप किसी भी विषय पर कोई आर्टिकल लिखते हैं तो आप ये सोचकर ना लिखें की उसे सिर्फ एक व्यक्ति ही पड़ेगा बल्कि उसे हर समाज का हर व्यक्ति पढ़ सकता है। इसलिए आप अपनी कल्पना के जरिए एक बेहतर लेख की सरंचना कर सकते हैं। 

शब्दों का सही प्रयोग

  • आपने लेख पढ़ते वक्त अक्सर देखा होगा की एक ही लेख में एक ही शब्द का बार बार प्रयोग किया गया है लेकिन आपको ऐसा नही करना है जहां जरूरत हो वहीं प्रयोग करना है। अगर आप ऐसा करेंगे तो पाठक उस लेख को पूरा पढ़े बिना ही चले जायेंगे।
  • अगर आपको शब्दों का प्रयोग करना ही है तो उसके जैसे समान अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग कर सकते है इस से पाठक को पढ़ने में भी अच्छा लगेगा।

शांत वातावरण

  • अधिकतर लेखक इसी को फोलो करते हैं यहां तक कि हम भी अपने आर्टिकल को लिखने के लिए शांत वातावरण ही चुनते है। क्युकी अगर वातावरण शांत होगा तो आप आर्टिकल लेखन में अच्छे से फोकस कर पाएंगे वहां पर आपका ध्यान भटकाने वाला कोई नही होगा। इसलिए एक अच्छा आर्टिकल लिखने के शांत वातावरण या ऐसे समय का चुनाव करें जब शांति रहती हो।

शुरुआत से लिखना शुरू करें

  • जब भी लेख लिखे तो हमेशा शुरुआत से ही शुरू करें क्युकी आपको नही पता की आपका लेख कौन पढ़ने वाला है वह किसी भी उम्र का व्यक्ति हो सकता है बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक। 
  • इसलिए अपने लेख को बिलकुल शुरुआत से लिखें ताकि हर उम्र का व्यक्ति उसे आसानी से समझ सकें अगर आपके द्वारा लिखा गया लेख किसी को समझ नही आता तो आप अच्छे राइटर नही बन पाएंगे।

छोटे पैराग्राफ लिखे

  • अगर आप नए राइटर है तो आपको शुरुआती दिनों में छोटे छोटे पैराग्राफ लिखने चाहिए। क्युकी छोटे पैराग्राफ लिखने में आपको ज्यादा परेशानी नही होगी और समय भी कम लगेगा।

आधी अधूरी जानकारी ना दें

  • जब भी आप किसी विषय पर लेख लिखें तो इस बात का ध्यान रखें कि लेख को पढ़ने के बाद पाठक के मन में कोई शंका ना रहे कहने का तात्पर्य यह है की आपको विषय से संबंधित पूरी जानकारी देनी है आधी अधूरी जानकारी नहीं देनी है। अगर आप ऐसा करेंगे तो कोई एक बार आपका लेख पड़ेगा दुबारा नहीं।

लिखने के बाद पढ़ें

  • जब आप आर्टिकल लिख लेटें है फिर आपको उस आर्टिकल को पढ़ कर देखना चाहिए इस से अगर आपने शब्दों में कोई गलती की है तो उसे आप ठीक कर सकते हैं। अपना आर्टिकल पढ़ने के बाद सोचिए आप संतुष्ट है या नही कही कोई कमी तो नहीं है। ऐसा करने से आप अपनी Article Writing को बेहतर बना सकते हैं।

आर्टिकल लिखते समय क्या करें और क्या ना करें।

क्या करें

  • लेखक का नाम लिखें।
  • शुरुआत में कुछ प्रश्नवाचक शब्दों का प्रयोग करें।
  • टॉपिक के अनुसार जितना जरूरी हो उतना ही लिखें।
  • आर्टिकल का टाइटल छोटा और आकर्षित होना चाहिए।
  • सरल भाषा, आसान शब्दों का प्रयोग करें जिससे पाठक को पढ़ने में परेशानी ना हो।
  • लेख के अंत में निष्कर्ष लिखना ना भूलें।
  • जहां आवश्यक हो वहां विराम चिन्हों का प्रयोग करें।

क्या ना करें

  • आर्टिकल का टाइटल अस्पष्ट नही होना चाहिए।
  • ज्यादा लंबा पैराग्राफ ना लिखें पैराग्राफ को छोटे छोटे भागो में विभाजित करें।
  • जो आवश्यक ना हो उसे अपने लेख में शामिल ना करें यह आपके लेख को खराब कर सकता है।
  • दूसरो के लेख को कॉपी ना करें बस वहां से जानकारी ले सकते हैं। जैसा उन्होंने लिखा है वैसा आपको नही लिखना है।
  • जरूरत से ज्यादा बड़ा आर्टिकल का लिखें।

FAQS

आर्टिकल राइटिंग का मतलब क्या होता है?

आर्टिकल राइटिंग का मतलब लेख लिखना। लेख को कम से कम शब्दों में ज्यादा से ज्यादा जानकारी को पाठको तक पहुंचाना ही आर्टिकल राइटिंग है।

आर्टिकल कैसे लिखा जाता है?

आर्टिकल को 4 पार्ट में डिवाइड करके लिखा जाता है जिसमे पहले आता है शीर्षक, परिचय, व्याख्या और अंत में निष्कर्ष और अधिक जानकारी के लिए लेख को पढ़ें।

लेखन की शुरुआत कैसे करें?

सबसे पहले आप अपनी रुचि देखिए की आपकी लेखन में रुचि है या नही क्युकी अगर आपकी रुचि नहीं है तो आप 2 से 4 दिन में ही बोर हो जायेंगे। इसके बाद आपको अपनी रुचि के हिसाब से ही विषय चुनना है और फिर लेखकों के द्वारा दी गई जानकारी को पढ़ना और समझना है फिर अपने शब्दो में उसको लिखने की कोशिश करें। ऐसे आप लेखन की शुरुआत करें।

Conclusion

तो आज के इस लेख में हमने Article Writing (लेख लिखना) क्या है, इसके प्रकार, लेख लिखने का तरीका, और टिप्स, के बारे में जानकारी दी।

उम्मीद करता हूं आपको जानकारी पसंद और समझ आई होगी। कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से आप अपनी राय जरूर दें। और अपने दोस्तो के ग्रुप्स में भी शेयर करें।

शेयर करें:

इंडिया खबरें ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है। मेरा नाम राहुल यादव है। इस ब्लॉग पर आपको इंडिया की ताजा खबरें पढ़ने को मिलेंगी वो भी अपनी मातृ भाषा हिंदी में। हमारा पहला प्रयास आपको सही और पूरी जानकारी प्रदान करना है।

Leave a comment